बुधवार, 4 अगस्त 2010

मुंह से दूर रखो

ममा, मैं अक्सर आपका मोबाइल मुंह में ले लेता हूँ। आप रोकती ही नहीं। पापा भी डॉक्टर होने के बावजूद मना नहीं करते। लेकिन यह खबर पढ़ने के बाद शायद आपको अपना ही मोबाइल फोन उठाने का जी न करे । यकीन करना मुश्किल लगता है
पर एक स्टडी से पता लगा है कि मोबाइल हैंडसेट कीटाणुओं का बड़ा घर बनते जा रहे हैं। हालत यह है कि टॉइलेट फ्लश के हैंडल से 18 गुना ज्यादा कीटाणु एक आम हैंडसेट में पाए जाते हैं। इस नतीजे पर पहुंचने से पहले ब्रिटिश रिसर्चरों ने कई हैंडसेटों पर रिसर्च की। इनमें से एक चौथाई इतने गंदे पाए गए कि उनमें टीवीसी बैक्टीरिया स्वीकार्य स्तर से 10 गुना ज्यादा पाया गया। टीवीसी या टोटल वायबल काउंट यह बताता है कि किसी भी सैंपल में बैक्टीरिया, यीस्ट जैसे माइक्रो ऑर्गेनिजम कितनी मात्रा में हैं। टीवीसी का ज्यादा लेवल इस बात का सबूत है कि व्यक्तिगत साफ-सफाई में भारी लापरवाही बरती जा रही है। यह स्थिति कीटाणुओं को पनपने का बड़ा मौका देती है।
एक हैंडसेट में बैक्टीरिया की तादाद इतनी ज्यादा थी कि यह मोबाइल यूजर के पेट में भीषण दर्द का कारण बन सकता था। रिसर्चरों ने 'विच?' मैगजीन के लिए यह स्टडी की थी। 30 फोनों के सैंपलों से पता लगा कि ब्रिटेन में इस्तेमाल हो रहे 6.4 करोड़ मोबाइलों में से 1.4 करोड़ फोनों से यूजर की हेल्थ को नुकसान हो सकता है। स्टडी से जुड़े लीड रिसर्चर जिम फ्रांसिस ने डेली मेल को बताया कि एक मोबाइल पर खतरनाक बैक्टीरिया इतने ज्यादा थे कि उसे स्टरलाइज करना पड़ा। सबसे ज्यादा गंदगी वाले फोन में इंटेरोबैक्टीरिया सेफ्टी लेवल से 39 गुना ज्यादा पाए गए। इंटेरोबैक्टीरिया बैक्टीरिया का ऐसा गुप है जो इंसान और जानवरों की निचली आंतों में रहता है। फोन में फूड पॉइजनिंग से जुड़े बैक्टीरिया और कोली जैसे कीड़े भी मिले। विच मैगजीन के मुताबिक, कीटाणु आपके हाथों में पनपते हैं और फोन पकड़ने पर वे हैंडसेट में चले जाते हैं। इसके बाद वे बार-बार हैंडसेट पकड़ने पर हाथों में आते रहते हैं। लोगों को चाहिए कि वे व्यक्तिगत साफ-सफाई का ख्याल रखें और जिन्हें भी फोन पकड़ाएं उन्हें भी सफाई का ध्यान दिलाएं। इससे पहले इसी मैगजीन ने पता लगाया था कि कुछ कंप्यूटर कीबोर्ड में टॉइलेट की सीट से भी ज्यादा खतरनाक बैक्टीरिया रहते हैं।

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