गुरुवार, 29 अप्रैल 2010

मुझे भी लाओ न !

पुलकित भैया रोते कितना हैं ? आप तो कहती थीं बिलकुल भी नहीं रोते। ये तो एकदम पिन्ने हैं। देखना, मैं आउंगी तो बिलकुल नहीं रोउंगी। पर मैं आउंगी कब ? मुझे भी जल्दी लाओ न !